इंदौर . रशियन हैकर्स की वेबसाइट से भारतीय लोगों के डेबिट-क्रेडिट कार्ड के डेटा खरीदकर धोखाधड़ी करने वाले आरोपी चिराग कुमार एलावधी और मुकुल कुमार ने नए खुलासे किए हैं। मुकुल शातिर हैकर निकला। उसने पूछताछ में बताया कि करीब चार महीने पहले उसने सिटी बैंक के सिस्टम को हैक कर लिया था। हालांकि कुछ तकनीकी समस्या के कारण वह रुपए नहीं निकाल सका। इतना ही नहीं, उसने सिस्टम हैक करने के बाद बैंक को ई-मेल करके इसकी सूचना दे दी थी, पर बैंक वालों ने ध्यान नहीं दिया।
आरोपियों के पास से इंदौर और होशंगाबाद के 10 से ज्यादा कार्डधारकों का डेटा मिला है। इन्होंने दिल्ली, नोएडा, चंडीगढ़, अहमद नगर, बेंगलुरू, मुंबई, कोलकाता, फरीदाबाद, हैदराबाद के सैकड़ों डेबिट-क्रेडिट कार्डधारकों का डेटा खरीदा था। राज्य साइबर सेल एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि चिराग और मुकुल का दो दिन का पुलिस रिमांड मिला है।
‘पबजी’ में भी देने वाले थे विज्ञापन
चिराग के सिस्टम से सबसे ज्यादा एचडीएफसी और एक्सिस बैंक के 100 से ज्यादा डेबिट-क्रेडिट कार्ड धारक का डेटा मिला है। एसबीआई, आईसीआईसीआई, सिटी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक के कार्डधारक, हाई लिमिट के क्रेडिट कार्ड (काॅर्पोरेट, इन्फ्रारेड, प्लेटिनम, सिग्नेचर) और वर्ल्ड बैंक के कार्डधारकों के डेटा मिले हैं। ‘पबजी’ गेम में भी अपने डिजिटल विज्ञापन देेने वाले थे, ताकि युवाओं को आकर्षित कर सकंे।
लोगों के क्रेडिट कार्ड पर की विदेश यात्रा
एसपी ने बताया कि मुकुल 12 साल की उम्र से ही कम्प्यूटर हैकिंग करने लगा था। चिराग भी इसके साथ ऐसे ही कामों में जुटा रहा। दोनों ने रशियन हैकर्स की वेबसाइट से लोगों के क्रेडिट कार्ड के डेटा को खरीदने के बाद उनके साथ धाेखाधड़ी की। इन्हीं रुपयाें से दोनों ने विदेश यात्राएं की। ये मुंबई, दिल्ली की महंगी होटलों में मीटिंग करते थे।