देवास / महिला ने चाकू गर्दन पर रख कर कहा-घर ताेड़ा ताे जान दे दूंगी, रेलवे का अमला पीछे नहीं हटा, ताेड़ दिए झाेपड़े

देवास. उज्जैन राेड ओवरब्रिज के नीचे दाेनाें तरफ रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण कर बनाए गए 32 झाेपड़े हटा दिए गए। रेलवे की टीम ने पुलिस फाेर्स की उपस्थिति में कार्रवाई की। इस दाैरान झाेपड़े में रहने वाली एक महिला से चाकू गर्दन पर रख कर आत्महत्या की चेतावनी भी दी, लेकिन रेलवे टीम पीछे नहीं हटी और झाेपड़े ताेड़ दिए गए।



ट्रैक मैंटेनराें की टीम ने झोपड़ों को ताेड़ने की कार्रवाई शुरू की। कुछ देर बाद नगर निगम की जेसीबी से झाेपड़ियाें काे हटाना शुरू किया ताे इमलाबाई ने अपनी झाेपड़ी ताेड़ने से मना कर दिया, पहले ताे वह जेसीबी पंजे के सामने बैठी, जिसे पुलिस ने हटाया। इसके कुछ देर बाद महिला सब्जी काटने वाला चाकू लेकर आई और गले पर रख लिया। कहने लगी अगर झाेपड़ी ताेड़ी ताे मैं अपना गला काट लूंगी, जान दे दूंगी, आरपीएफ महिला आरक्षक ने समझाया फिर भी नहीं मानी ताे काेतवाली थाने के पुलिसकर्मियों ने समझाइश दी। महिला फिर से नाराज हाेकर जमीन पर लेट अपने पेट में चाकू से वार करने की धमकी देने लगी। महिला काे समझाने के बाद चाकू छुड़ाया और अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया गया।


गर्भवती भी हुई बेघर, सास बाेली-अब कहां रखूंगी
रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण हटने के बाद लोग बेघर हाे गए हैं। रामकली, लाछी, संजू साेलंकी ने बताया हम लाेग गुब्बारे बेचकर और मजदूरी करके जीवन-यापन कर रहे थे, अब हम जाएं ताे कहां जाएं। सरकार काे हमें रहने के लिए जगह देनी चाहिए। हमारे पार राशन कार्ड, वाेटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड भी हैं। इमलाबाई ने बताया मेरी बहू रेखा की इसी महीने में डिलीवरी हाेने वाली है, घर टूट गया ताे डिलीवरी के बाद जज्जा-बच्चा काे कहां रखूंगी।


झोपड़ी हटाकर आरपीएफ लगाई गई


वरिष्ठ अभियंता रेलवे नरेश कुमार शर्मा ने बताया, हमने रेलवे की जमीन पर किए अतिक्रमण काे हटाने के लिए 6 माह में 4 बार 32 झाेपड़ी वालाें काे नाेटिस दिए थे, लेकिन वह हटे नहीं। अब इन झाेपड़ियाें काे हटाकर आरपीएफ की ड्यूटी लगा दी गई है, जिससे ये फिर से अतिक्रमण नहीं सकें। इंदाैर से उज्जैन के बीच में डबल ट्रैक बनाने का काम चल रहा है, इसलिए अतिक्रमण हटाया गया है। इसके अलावा खाली जगह पर रेलवे के क्वार्टर बनेंगे और शहर से आने वाले नाले की निकासी के लिए बड़ा नाला बनाया जाएगा।